इजरायल युद्ध 2023
- इजरायल फिलिस्तीन के बीच चल रहा है खूनी संघर्ष।
- अब तक हजारों से भी ज्यादा लोग गवा चुके हैं अपनी जान।
क्या है पूरा मामला?
- भूमध्य सागर और जॉर्डन नदी के बीच पढ़ने वाला फिलिस्तीन का इलाका मुसलमान यहूदियों और ईसाइयों तीनों के लिए पवित्र स्थल है।
- 1948 में इजरायल की स्थापना हुई।
- शहर के केंद्र बिंदु में एक प्राचीन शहर है ओल्ड सिटी।
- दुनिया भर के ईसाइयों की आस्था का केंद्र है द चर्च ऑफ़ द होली सेपलकर।
- वाल ऑफ़ द माउंट का बच्चा हिस्सा है पश्चिमी दीवार।
- चारों मुसलमानों का इलाका सबसे बड़ा यही पर है डोम ऑफ द रॉक्स और मस्जिद अल अक्सा।
- अल अक्सा मस्जिद मुस्लिम और यहूदी दोनों के लिए पवित्र स्थान है।
मुस्लिम देशो की राय
- इस बार बटे हुए दिखाई दे रहे हैं मुस्लिम देश।
- पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने फिलिस्तीन का साफ तौर पर किया समर्थन।
- कई मुसलमानों देश का इजरायल के साथ राज नायक संबंध है।
- ईरान और सऊदी अरब के रिश्ते में चौड़ी खाई।
अमेरिका का रुख
- पूरी तरह इजराइल के पक्ष में खड़ा है अमेरिका।
- अमेरिका के संबंध इजरायल के साथ बेहतर रहे हैं।
- राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जेरूसलम को घोषित किया था इजरायल की आधिकारिक राजधानी।
- लंबे समय से चले आ रहे इस संघर्ष पर करना चाहिए पुनर्विचार।
भारत का रुख
- भारत के रिश्ते फिलिस्तीन और इसराइल दोनों के साथ अच्छे थे।
- आतंकी हमले के कारण भारत ने किया इजराइल का समर्थन।
- विदेश मंत्रालय के अनुसार फिलिस्तीन के मुद्दे पर भारत का समर्थन देश की विदेश नीति का एक अभिन्न अंग है।
आगे की राह
- साल 2016 में यूनेस्को की कार्यकारी बोर्ड ने अल अक्सा मस्जिद पर यहूदियों के दावे को किया था खारिज।
- 1967 से पहले वाली स्थिति को बहाल करने की अपील करती रही है दुनिया।
- स्थाई शांति के लिए इसराइल को स्वीकार कर लेनी चाहिए फिलिस्तीनियों की संप्रभुता।
- मुस्लिम बहुत इलाके वेस्ट बैंक में आधा से ज्यादा यहूदियों को बसाना चाहता है इजराइल।
- फिलिस्तीन गुटों को स्थाई शांति के लिए छोड़ना होगा हिंसा का रास्ता।
- दोनों पक्षों को नए नेतृत्व की जरूरत।
गाजा पट्टी
- जनसंख्या – 2.3 मिलियन
- क्षेत्रफल – 365 वर्ग Km
- 1988 में भारत द्वारा मान्यता
- भारत द्वारा फिलिस्तीन में रिप्रेजेंन्टटिव ऑफिस -1996
IWW के दौरान हाइफा की लड़ाई
- तीन मूर्ति चौक – तीन मूर्ति हाइपर चौक
- हाइफा की लड़ाई- सितंबर 1918
- एचआई के दक्षिण की लड़ाई- नवंबर 1917
कठपुतली राज्य, 1967 एवं 1973 युद्ध
- 1918 ब्रिटिश अधिकार क्षेत्र
- 1948 इसराइल राष्ट्र गजा मिश्रा के नियंत्रण में
- 1959 मिश्रा मिलिट्री नियंत्रण
- जून 1967 इसराइल अब संघर्ष
- अक्टूबर 1973 ओम किप्पुर युद्ध ।
कैंप डेविड एवं ओस्लो एकॉर्ड
- कैंप डेविड एकॉर्ड सितंबर 1978
- ओस्लो एकॉर्ड 1993 -1995 (PNA स्थापना)
- 2006 में हमास की चुनावी विजय हमास की स्थापना 1987
गाजा एग्जिट योजना एवं अनिश्जितता
- गाजा एग्जिट प्लान 2005
- अगस्त 2005 में नेतान्याहु का इस्तीफा
- वर्तमान हमला एवं निश्चितता
इजराइल – फिलिस्तीन विवाद का इतिहास
- 1917 बाल्फोर घोषणा- ब्रिटिश फिलिस्तीन मैं “यहूदी लोगों के लिए निवास स्थान” का समर्थन ।
- WW1 की समाप्ति- फिलिस्तीन ब्रिटेन के कब्जे में।
- 1922 1935 बड़ी संख्या में यहूदी प्रवासियों का आगमन (135000 प्रवासी)
- अरब और प्रवासियों के बीच संघर्ष शुरू।
- 1948 ब्रिटेन संघर्ष समाप्त करने में असफल।
- ब्रिटेन मामले से बाहर, विवाद नवगठित UN को हस्तांतरित, विभाजन योजना – अरब को स्वीकार।
हमास ने अभी क्यों हमला –
इजराइल फिलीस्तीन के बिगडते रिश्ते –
- वेस्ट बैंक में इजरायल की छापेमारी इस वर्ष 300 से अधिक फिलीस्तीनी लोगों की मौत ।
- येरूशलम अल अक्सा मस्जिद पुलिस रैड दोनो पक्षों के बीच एयर अटैक ।
- कई अन्य छोटी -2 झडपे ।
- फिलीस्तीनी नागरिकों में क्रोध हमास द्वारा उसी क्रोध का फायदा ।
इजरायली समाज में विभाजन –
- दक्षिणपंथी सरकार – सरकारी संस्थानो को और मजबूत करने की कोशिश
- नागरिक समाज द्वारा कई समय से आंदोलन ।
- सिविल और सैन्य सेवाओं से जुडें कई लोग सरकार के खिलाफ सैन्य रिजर्व बल ।
- इजरायली समाज में काफी विभाजन ।
भू – राजनीतिक दृृष्टिकोण –
- इजरायली और सऊदी अरब के बीच रिश्तों में सुधार ।
- सऊदी अरब सबसे प्रभावशाली अरब देश ( दो मस्जिद मौजूद ) इस्लामिक देशों का नेता ।
- समीकरणें में बदलाव हमास के विरुद्ध ।
इजरायल vs हमास युद्ध – की स्थिति
- हमास ने गाजा पट्टी की और से इसराइल पर 5000 रॉकेट दागे गए हैं।
- जिसकी वजह से एक विश्व के एक दूसरे मोर्चे पर युद्ध छिड़ने की संभावना प्रबल है।
- क्योंकि इसराइल ने इस घटना को “स्टेट ऑफ वॉर” बताकर अपना कड़ा रुख स्पष्ट कर दिया है।
- स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारत ने अपने लोगों के लिए एडवायजरी जारी कर दी है।
- मोहम्मद दाइफ जो इसराइल जैसे ताकतवर देश पर हमले का नेतृत्व कर रहा है।
- हमास ने इसराइल पर इस हमले को ऑपरेशन “अल-अक्सा स्टार्म” नाम दिया है।
- यह मस्जिद का नाम है।