आर साई किशोर के लिए देश से बढ़कर कुछ नहीं ,राष्ट्रगान के दौरान हुए भावुक

तमिलनाडु के आर साई किशोर का जन्म 6 नवंबर 1996 को चेन्नई के गांव मणिपक्कम में हुआ | इनका पूरा नाम रवि श्रीनिवास साई किशोर है। किशोर ने अपनी शिक्षा की शुरूआत व्यास विद्यालय मैट्रिकुलेशन हायर सेकेंडरी स्कूल चेन्नई से पूरी की। बेचपन से ही इन्हें क्रिकेट में दिलचस्पी थीं। उनका सपना था कि बड़े होकर साइंटिस्ट बने । बाद में क्रिकेट में अपना कैरियर का सपना देखने लगे |

जब वो 10 साल के हो गये तब उन्होंने क्रिकेट कोचिंग कैंप में दाखिला लिया। पढ़ाई के साथ क्रिकेट की बारीकियों को सीखने लगे | वहां से उन्होंने जिला स्तर पर क्रिकेट खेलने लगे । इसके बाद इन्होंने इंटरमीडिएट की परीक्षा पास कर ली । अब वे क्रिकेट छोड़कर इंजीनिटिंग करने को सोचा । इसके बाद भी वे क्रिकेट की तरफ रुचि दिखाये । हर हाल में किशोर जी ने इंजीनियदिव कालेज में दाखिला ले लिया । उनका मन नहीं लगा। वे क्रिकेट से के दूर नही रह पाये । कॉलेज के कुछ ही दिन बाद इन्होंने इंजीनियरिंग छोड़ दी । अंतत: क्रिकेट में अपना कैरियर बनाने का फैसला कर लिया।

क्रिकेट खेलने के साथ किशोर ने चेन्नई के विवेकानंद कालेज से BCA किया। उसके बाद MBA किया। किशोर जी को तमिलनाडु के तरफ से लिस्ट-A-घरेलू मैच खेलने को मौका मिला। इन्होंने 2016 से 2017 में विजय हजारे ट्रॉफी के खिलाफ अपना डेब्यू मैच खेला।

किशोर जी का शानदार प्रदर्शन

  • (TNPL) तमिलनाडु प्रीमियर लीग में 2016 में खेल ।
  • TNPL 2017 में 17 विकेट लेकर सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज बने।
  • निराशा हाथ लगी मगर हार नहीं माने।
  • इन्हें रणजी ट्रॉफी 2017 से 2018 में फर्स्ट क्लास में मौका मिला।
  • 2018 में तमिलनाडु की तरफ से T20 क्रिकेट में डेब्यू किया।
  • इनका घरेलू मैच मैं कोई खास प्रदर्शन नहीं रहा।
  • 2018 से 2019 में रणजी मैच के दौरान सब का ध्यान अपनी तरफ खींचे।
  • 6 मैच में 22 विकेट लिए।
  • तमिलनाडु की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने।
  • इन्हें राज्य की ओर से भी सम्मानित किया गया।

निराशा हाथ लगी फिर भी आर साई ने हार नहीं मानी

इन्होंने दिखा दिया कि देश से बढ़कर कुछ नहीं,

राष्ट्रगान के दौरान रोने लगा भारतीय प्लेयर, पहले ही दिन मैच में भावुक हुए आर सई किशोर । भारत व नेपाल देश के लिए मैच खेलना खिलाड़ियों के लिए बहुत खास होता है। इंटरनेशनल करियर के पहले ही पड़ाव पर स्पिनर आर साइन किशोर भावुक हुए। राष्ट्रगान के समय उनकी आंखों में आंसू देखे गए।

हांगझोऊ

इतिहास में पहली बार भारतीय टीम एशिया खेलों के लिए इवेंट में उतरी। ऋतुराज गायकवाड़ की कप्तानी में युवा सितारों से सजे स्क्वाड  को चीन भेजा। हांगझोऊ में एशियाई खेलों के अपने पहले मैच में भारत का सामना नेपाल से हुआ। रैंकिंग के आधार पर 2 युवा प्लेयर्स का T20 डेब्यू मैं सिलेक्शन हुआ। जिसमें एक यानी आर साइन किशोर जी थे। यह बात सच है की घरेलू मैच के बाद IPC में शानदार प्रदर्शन करने वाले स्पिनर आर साइन किशोर भारत के पहले मैच खेलते वक्त भावुक हुए ।

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